जन्म और मृत्यु के बीच यह संसार का जो विस्तार है और यह पर नाना प्रकार के प्रपंच है केवल इनमें उलझे रहने के लिए यह जीवन नहीं मिला है। इस जीवन को सफल तभी बनाया जा सकता है जब जन्म-मृत्यु के बीच इन प्रपंचों को समझते हुए निष्कपट रुप से स्वयं पर आत्मशोध किया जाय और परमात्मा का हमें यहाँ भेजने का परम उद्देश्य समझा जाये। किसी भी कारण से यदि आप केवल इन प्रपंचो में ही फंसे रहते है और नियमित आत्ममंथन और आत्म शोध नहीं करते है तो परमात्मा द्वारा दिया गये इस जीवन का अपमान है। ।। नमो नारायण ।। गुरु राहुलेश्वर, भाग्य मंथन #guru_rahuleshwar #bhagya_manthan #jyotish #good_thoughts #atmashodh #गुरु_राहुलेश्वर #भाग्य_मंथन
आज सोमवार है जोकि भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। भगवान शिव का नीलकंठ स्वरुप इस जीवन की समस्याओं को प्रकट करता है और यह शिक्षा देता है कि विष रुप परेशानियाँ और समस्याऐं सभी के जीवन का हिस्सा है और इनके साथ सामन्जस्य बनाकर हमें जीवन को नियमों और कर्तव्यों का पालन करते हुए जीना पड़ता है। आप सभी को भगवान नीलकंठ का आर्शिवाद प्राप्त हो आपका जीवन शुभ एवं मंगलमय हो। ।। नमो नारायण ।। गुरु राहुलेश्वर | Guru Rahuleshwar भाग्य मंथन | Bhagya Manthan #neelkanth_mahadev #lord_shiva #guru_rahuleshwar #bhagya_manthan #गुरु_राहुलेश्वर #भाग्य_मंथन
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