मोक्ष क्या है? गुरु राहुलेश्वर, भाग्य मंथन । What is Moksha, Guru Rahuleshwar, Bhagya Manthan
यह मोक्ष भी मनुष्य को कितना भ्रमित रखता है और निरन्तर कर्म के उस चक्र में बाँध कर रखता है जिससे मनुष्य इसकी कामना को लेकर निरन्तर कर्म करता रहे और सदैव यही आस लगा कर रखे कि कभी तो मोक्ष मिल जायेगा।
इस पंचतत्व निर्मित शरीर में रहते हुए ही सभी वासनाओं से मुक्त हो जाना ही सही मायनों में मोक्ष है।
ऐसा कोई मोक्ष है ही नहीं जिसका सम्बन्ध केवल मृत्यु के पश्चात् सिद्ध हो।
मोक्ष का प्रभाव व आनन्द देखना है तो एक बार अपनी वासनाओं से स्वयं को मुक्त करके देखो निश्चित ही तुम्हे मोक्ष प्राप्त हो जायेगा।
गुरु रुाहुलेश्वर
भाग्य मंथन
Comments
Post a Comment