Jai Shri Ganesh । जय श्री गणेश
आज बुधवार है और बुधवार के दिन प्रथम पूज्यनीय विघ्नविनाशक गणपति महाराज का पूजन किया जाता है। आईये आज के दिन की शुरुवात गणपति जी के इस मंत्र से करते है।
एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं।
विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्॥
अर्थः जो एक दाँत से सुशोभित हैं, विशाल शरीरवाले हैं, लम्बोदर हैं, गजानन हैं तथा जो विघ्नोंके विनाशकर्ता हैं, मैं उन दिव्य भगवान् हेरम्बको प्रणाम करता हूँ ।
गुरु राहुलेश्वर । Guru Rahuleshwar
भाग्य मंथन । Bhagya Manthan
Comments
Post a Comment