Jai Veer Hanuman । जय वीर हनुमान
आज मंगलवार है और आज के दिवस में शुद्ध ज्ञान और भक्ति के कारक श्री हनुमान जी पूजन श्रद्धालूजन करते है। कलयुग में श्री हनुमान जी जागृत देवताओं में आते है और इनके ध्यान और सुमिरन से जीव सद्मार्ग पर चलता है और वास्तविक रुप से उस दिशा में अग्रसर होता है जिसके लिए उसका जन्म हुआ है।
मनोजवं मारुततुल्यवेगं जितेन्द्रियं वुद्धिमतां वरिष्ठम्।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं श्रीरामदूतम् शरणं प्रपद्ये।।
हिन्दी अर्थः जिन प्रभु की मन के समान गति और वायु के समान वेग है, जो परम जितेन्द्रिय और बुद्धिमानों में श्रेष्ठ हैं, उन पवनपुत्र वानरों में प्रमुख श्रीरामदूत की मैं शरण लेता हूँ।
गुरु राहुलेश्वर | Guru Rahuleshwar
भाग्य मंथन । Bhagya Manthan
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