Posts

Showing posts from July, 2020

नाद है बस नाद है

Image
इस सृष्टि की रचना शब्द से हुई है जिसमें बस नाद है और ध्यान में इसी नाद के मार्गदर्शन पर एक साधक, योगी और फिर महायोगी बनता है। यह नाद मानों पूरी सृष्टि और आपके मध्य एक संवाद है और यह संवाद जीव के जीवन ग्रहण करने पश्चात् मृत्यु तक चलता ही रहता है इसलिए यह जीवन भी अनमोल है। पंचतत्वों में बंधकर संचित, प्रारब्ध व क्रियामाण कर्मों के फल को भोगते हुए यह संवाद चलता ही रहता है। अज्ञान से ज्ञान की यात्रा में बुद्धि के प्रभावित होने और फिर बोध होने तक नाद से यह संवाद ही मुख्य होता है। सभी प्रकार के इच्छाओं का भोग करने के पश्चात् इस सृष्टि के कण कण से योग तक केवल यही नाद और उससे संवाद मुख्य रहता है इसलिए यह नाद ही सब कुछ है। गुरु राहुलेश्वर, भाग्य मंथन

Suvichar । सुविचार, Guru Rahuleshwsr

Image
दूसरों की बातों को सुनकर अपने मन मस्तिष्क को पीड़ित नहीं करना चाहिए। दूसरे व्यक्ति द्वारा आपको देखने और समझने का नजरिया स्वयं उसके संस्कारों और उसके जीवन में घटित हो रही घटनाओं पर आधारित होता है। कोई आपको अच्छा बतायेगा, कोई आपको बुरा बतायेगा, कोई आपको तटस्थ बतायेगा लेकिन ऐसा तो हो नहीं सकता की आप सभी हो। इसलिए कभी भी दूसरों के शब्दों में स्वयं के चरित्र को मत ढूंढिए क्योंकि इसके विश्लेषण और व्याख्या का अधिकार केवल आपको है। गुरु राहुलेश्वर भाग्य मंथन #gururahuleshwar #bhagyamanthan #गुरुराहुलेश्वर #भाग्यमंथन #सुविचार #suvichar

Surya Gochar 16 July 2020 | सूर्य गोचर 16 जुलाई 2020 | Guru Rahuleshwar | Bhagya Manthan

Image
आज हम सूर्य के कर्क राशि में होने वाले गोचर के बारे में चर्चा करेंगे जोकि 16 जलाई 2020 को होगा। सूर्य शक्ति, सामर्थ्य, ऊर्जा और सत्ता का प्रतीक है यदि यह जन्म कुंडली में अच्छी स्थिति में होता है तो जातक राजा की तरह जीवन व्यतीत करता है और यदि इसकी स्थिति जन्म कुंडली में कमजोर हो तो जातक जीवनभर रोग, ऋण व अन्य समस्याओं से घिरा रहता है व दुख भोगता है। मैं राहुलेश्वर स्वागत करता हूँ आपका भाग्य मंथन में। आईये आगे बढने से पहले ग्रहों की स्थितियों को भी जान लेते है। सूर्य 16 तारीख को राहु के ग्रहण प्रभाव को छोडकर चन्द्रमा की कर्क राशि में आ जायेंगे। चन्द्रमा स्वयं 16 जुलाई के दिन अपनी उच्च राशि वृषभ में शुक्र के साथ विराजमान होकर लक्ष्मी योग का निर्माण कर रहे है जिसके चलते सूर्य को और बल मिलेगा। मंगल ग्रह मीन राशि में विराजमान रहेंगे जोकि उनके मित्र ग्रह बृहस्पति की राशि है। बुध भी अपनी स्वराशि में राहु के साथ विराजमान रहेंगे। बृहस्पति और केतु ग्रह धनु राशि में विराजमान रहेंगे जोकि बृहस्पति की स्वराशि है। न्याय के देवता शनि इस अपनी स्वराशि मकर में विराजमान रहेगें। हमारे द्वारा सूर्य गोचर का रा

Shrawan Maas

Image
श्रावण मास पुण्य वचनों के श्रवण के लिए बना है इसलिए इस समय पुण्य वचन सुनने चाहिए और ऐसी वाणी और शब्दों का प्रयोग करना चाहिए जो औरों के लिए भी पुण्य वृद्धिकारक हो। श्रावण मास का प्रत्येक दिवस पुण्यफलों में वृद्धि करने वाला है इसलिए इस अमृत काल इस अमृत तुल्य समय का पूरा लाभ प्राप्त करें। आप सभी को श्रावण मास के दूसरे सोमवार की हार्दिक शुभकामनाएं। गुरु राहुलेश्वर भाग्य मंथन #shrawanmaas #gururahuleshwar #bhagyamanthan #गुरुराहुलेश्वर #भाग्यमंथन #श्रावणमास